शहर की एक बड़ी यूनिवर्सिटी का कैंपस… सुबह का समय था। हरी घास पर ओस की बूँदें चमक रही थीं। उसी कैंपस में कदम रखती है Veena – एक सीधी-सादी लेकिन बेहद खूबसूरत लड़की। काले लंबे बाल, साफ़ चमकता चेहरा और आँखों में अनगिनत सपने।
Veena पढ़ाई के साथ-साथ modeling भी करती थी। उसके चेहरे में एक ऐसी मासूमियत और आत्मविश्वास था कि कोई भी उसे देखते ही ठहर जाता। कॉलेज की भीड़ में वो हमेशा अलग नज़र आती थी।
उसकी सबसे अच्छी दोस्त थी Tannu।
दोनों की दोस्ती बचपन से थी। दोनों साथ-साथ स्कूल से कॉलेज तक पहुँचीं और अब modeling field में भी एक-दूसरे का सहारा बनी हुई थीं।
क्लास ख़त्म होने के बाद जब बाक़ी लड़कियाँ जल्दी-जल्दी घर भाग जातीं, Veena और Tannu कैंपस की canteen में बैठकर घंटों बातें करतीं।
“Veena, तुझे पता है? अगला modeling event बड़ा धमाकेदार होने वाला है। मैं तो चाहती हूँ तू ही showstopper बने।” – Tannu ने कहा।
Veena हंसते हुए बोली –
“अरे पगली, मैं उतनी भी ख़ास नहीं हूँ। देख, modeling सिर्फ़ एक passion है मेरे लिए। ज़िंदगी में सबसे पहले family और पढ़ाई आती है।”
दोनों खिलखिलाकर हंसने लगीं।
यही दोस्ती Veena की सबसे बड़ी ताक़त थी।
लेकिन उसी कॉलेज में था Rocky – एक अमीर बाप का बिगड़ा बेटा।
Rocky के लिए Veena कोई लड़की नहीं बल्कि ego का subject थी।
उसने पहली बार जब Veena को रैम्प वॉक करते देखा, तो उसी वक़्त ठान लिया कि ये लड़की उसकी “trophy” होगी।
एक दिन कॉलेज की लाइब्रेरी के बाहर उसने Veena को रोका।
“Veena, मुझे तुमसे एक बात कहनी है।”
Veena ने सोचा शायद कोई पढ़ाई से जुड़ा सवाल होगा।
“हाँ, बोलो Rocky…”
Rocky अचानक मुस्कुराया और बोला –
“मुझे तुम पसंद हो… I love you. तुम्हें मेरी girlfriend बनना होगा।”
Veena ठिठक गई।
कुछ पल के लिए चुप रही और फिर नरमी से बोली –
“Rocky, मैं तुम्हें सिर्फ़ एक क्लासमेट मानती हूँ। मेरे लिए प्यार और रिश्ते खेल नहीं होते। Please, ये सब दोबारा मत कहना।”
उसकी आवाज़ शांत थी लेकिन नज़रें साफ़ थीं।
Rocky का चेहरा लाल हो गया।
उसका ego चकनाचूर हो गया।
वो Veena की ना बर्दाश्त नहीं कर पाया।
उस दिन के बाद Rocky ने Veena की ज़िंदगी जहन्नुम बना दी।
कभी क्लास में सबके सामने मज़ाक उड़ाना,
कभी modeling event में अफवाहें फैलाना,
कभी उसके bag में गंदगी डाल देना।
Veena बाहर से हमेशा मज़बूत दिखने की कोशिश करती, लेकिन अंदर से टूटने लगी थी।
हर रात अपने कमरे में अकेली बैठकर रोती… पर किसी से कुछ नहीं कहती।
यहाँ तक कि अपनी सबसे करीबी दोस्त Tannu से भी नहीं।
Veena ने अपना दर्द छुपाने का एक तरीका ढूँढ लिया –
उसने एक डायरी खरीद ली।
वो हर रात उसमें अपने आँसू और जज़्बात उतार देती।
उसकी डायरी का पहला पन्ना कुछ यूँ भरा –
"आज Rocky ने फिर सबके सामने मुझे insult किया। मैं चाहकर भी Tannu को कुछ नहीं बता पा रही। शायद वो समझेगी कि मैं कमज़ोर हूँ… लेकिन सच तो ये है कि मैं अंदर ही अंदर बहुत टूटी हुई हूँ। किसी को अंदाज़ा भी नहीं कि Veena की मुस्कान के पीछे कितना गहरा दर्द छुपा है…"
Veena लिखते-लिखते अक्सर रोते-रोते सो जाती।
लेकिन Veena की ज़िंदगी में एक चमक भी थी – modeling।
उसी साल कॉलेज ने एक बड़ा fashion show रखा, और Veena को showstopper बनने का मौका मिला।
उस रात उसकी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं था।
रैम्प पर चलते हुए Veena ऐसे लग रही थी जैसे कोई चमकता तारा ज़मीन पर उतर आया हो।
सभी तालियाँ बजा रहे थे – audience, दोस्त, professors… और सबसे ज़्यादा Tannu।
शाम जीत Veena की थी।
लेकिन उसे ज़रा भी अंदाज़ा नहीं था कि आने वाली रात उसकी ज़िंदगी की सबसे भयानक रात बनने वाली है…
Modeling शो की रात Veena की ज़िंदगी का सबसे यादगार पल बन गया था।
स्टेज पर उसकी graceful walk, तालियों की गूंज और Tannu का खुश होकर उछलना – सब कुछ Veena के सपनों जैसा था।
उसके parents भी वहाँ आए थे। उन्होंने Veena को गले लगाकर कहा –
“तूने हमारा नाम रोशन कर दिया बेटा।”
Veena की आँखों में चमक थी।
उस रात उसे लगा जैसे उसकी सारी मेहनत सफल हो गई हो।
लेकिन… कभी-कभी किस्मत की लिखी कहानी इंसान के हाथ में नहीं होती।
रात के करीब 9 बजे Veena अकेली घर लौट रही थी।
सड़कें सुनसान थीं। शो ख़त्म होने के बाद उसके दोस्त अपनी-अपनी राह जा चुके थे।
हवा में हल्की ठंडक थी।
Veena के मन में modeling event की यादें बार-बार घूम रही थीं।
अचानक पीछे से किसी गाड़ी के रुकने की आवाज़ आई।
Veena ने पलटकर देखा –
Rocky और उसके तीन दोस्त कार से बाहर निकल रहे थे।
Veena का दिल धड़क उठा।
उसके कदम तेज़ हो गए, लेकिन चारों ने उसे चारों तरफ़ से घेर लिया।
“Veena…” Rocky की आवाज़ में ज़हर टपक रहा था।
“आज ना तो Tannu है, ना audience… आज तुझे कोई बचाने वाला नहीं है।”
Veena घबराकर बोली –
“Rocky, प्लीज़… रास्ता छोड़ दो। मैं तुम्हारे किसी काम नहीं आना चाहती।”
लेकिन Rocky ने एक नकली हंसी हंसी –
“जब trophy हमारे हाथ से निकल गई… तो अब punishment तो बनती है।”
Veena के मुँह से चीख निकल पड़ी।
उसने भागने की कोशिश की लेकिन एक लड़के ने पीछे से उसका हाथ पकड़ लिया।
किसी ने उसकी आँखों पर पट्टी बाँध दी।
सड़क पर सिर्फ़ उसकी चीखें और उन दरिंदों की हंसी गूंज रही थी।
उस रात – Veena की मासूमियत, उसके सपने, उसका आत्मविश्वास – सब कुछ तोड़ दिया गया।
वो तड़पती रही, लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया।
जब वो होश में आई, तो खुद को सुनसान जगह पर अकेला पड़ा पाया।
कपड़े बिखरे हुए, आँखें सूजी हुईं और ज़िंदगी भर के लिए आत्मा पर गहरे ज़ख्म।
Veena काँपते हुए घर लौटी।
लेकिन सबसे दर्दनाक बात ये थी –
उसने किसी से कुछ नहीं कहा।
ना अपने माँ-बाप से,
ना Tannu से।
उसने बस अपनी डायरी खोली और लिख डाला –
"आज मेरी ज़िंदगी मुझसे छीन ली गई। वो चार दरिंदे मुझे तोड़कर चले गए। लेकिन मैं ये दर्द किसी से कह नहीं सकती। शायद लोग मुझ पर ही सवाल उठाएँगे। मैं जी तो रही हूँ… पर अंदर से हर रोज़ मर रही हूँ।"
उसकी आँखों से आँसू बहते रहे।
उसके हाथ काँपते रहे, लेकिन उसने लिखना नहीं छोड़ा।
डायरी उसकी एकमात्र गवाह थी।
दिन बीतते गए,
लेकिन Veena बदलने लगी।
क्लास में उसकी मुस्कान गायब थी।
रैम्प पर उसकी चाल में पहले जैसी चमक नहीं थी।
वो अकेली रहने लगी।
Tannu बार-बार पूछती –
“Veena, तू मुझसे कुछ छुपा रही है न? Please बता क्या हुआ है?”
लेकिन Veena हर बार मुस्कुराकर कह देती –
“कुछ नहीं Tannu, बस थोड़ा थक जाती हूँ।”
उसके झूठ के पीछे उसका टूटा हुआ दिल छुपा था।
Veena की ये हालत देखकर Rocky और उसके दोस्त और भी ज़्यादा हंसते।
उन्हें लगता था उन्होंने Veena की रूह तोड़ दी है।
लेकिन उन्हें ज़रा भी अंदाज़ा नहीं था कि उन्होंने Veena के अंदर एक ऐसा तूफ़ान जगा दिया है जो एक दिन उन्हें ही निगल जाएगा।
उस रात की चुप्पी Veena के लिए ज़िंदगी की सज़ा बन गई।
लेकिन वही चुप्पी आने वाले सालों में उन दरिंदों की मौत की वजह भी बनेगी।
Veena की ज़िंदगी उस रात के बाद कभी पहले जैसी नहीं रही।
वो दिखने में ज़िंदा थी, पर अंदर से रोज़-रोज़ मर रही थी।
उसकी डायरी उसके दर्द का सबसे बड़ा सबूत बन गई थी।
समय बीतता गया…
Veena modeling से धीरे-धीरे दूर होने लगी।
उसकी आँखों की चमक खो गई।
उसके माँ-बाप हैरान थे कि उनकी वही हंसमुख बेटी अचानक इतनी चुपचाप क्यों हो गई।
एक रात, जब सब सो चुके थे, Veena अकेले कमरे में बैठी थी।
उसकी डायरी खुली थी और आँसू कागज़ पर गिर रहे थे।
उसने लिखा –
"शायद अब मेरे जीने का कोई मतलब नहीं है। मैं चाहती हूँ कि मुझे चैन मिले… और मैं चाहती हूँ कि दुनिया को पता चले कि वो दरिंदे कौन थे। अगर मेरी आत्मा कभी भटके तो वो सिर्फ़ इंसाफ़ के लिए भटकेगी।"
वो आख़िरी पन्ना था।
कुछ ही दिनों बाद Veena ने चुपचाप अपनी ज़िंदगी ख़त्म कर ली।
Veena की मौत ने पूरे कॉलेज को हिला दिया।
सबको लगा कि वो depression का शिकार थी।
किसी को असलियत नहीं पता चली।
Rocky और उसके दोस्तों ने राहत की साँस ली –
“कहानी खत्म… अब कोई सबूत नहीं बचा।”
लेकिन उन्हें क्या पता था – कहानी अभी शुरू हुई थी।
कहते हैं, जिनकी मौत अन्याय से होती है, उनकी आत्मा चैन से नहीं सो पाती।
Veena की आत्मा भी उसी अँधेरे कमरे में भटकने लगी।
कभी खिड़की से झाँकती परछाई,
कभी रात को सुनाई देती उसकी धीमी सिसकियाँ,
कभी पन्नों की सरसराहट जैसे कोई अभी भी डायरी लिख रहा हो।
Tannu कई बार महसूस करती कि Veena उसके पास है।
कभी अचानक ठंडी हवा चलती, कभी कमरे का आइना अपने आप धुंधला हो जाता।
लेकिन Tannu ये सब दिल का वहम समझकर नज़रअंदाज़ कर देती।
साल बीत गए।
Rocky और उसके दोस्त अब बड़े हो चुके थे।
उनमें से किसी ने बिज़नेस पकड़ा, कोई विदेश चला गया, कोई शादी कर चुका था।
लेकिन Veena की आत्मा वहीं ठहरी रही – उसी दर्द के साथ, उसी इंतज़ार के साथ।
और फिर…
एक रात Veena की आत्मा ने फैसला कर लिया –
अब इंतज़ार नहीं… अब बदला।
सबसे पहले शिकार बना Rocky का एक दोस्त – Aman।
वो अपने घर में अकेला बैठा था।
अचानक बिजली चली गई।
मोबाइल की टॉर्च ऑन की, तो सामने शीशे में Veena का चेहरा दिखा –
खून से भरी आँखें, चेहरे पर आंसुओं के निशान, और होंठों पर बस एक शब्द –
“क्यों?”
Aman चीख पड़ा और भागने लगा।
लेकिन दरवाज़ा अपने आप बंद हो गया।
कमरे में चारों तरफ़ वही आवाज़ गूँजने लगी –
“क्यों? क्यों? क्यों?”
कुछ ही देर में Aman की चीख बंद हो गई।
सुबह जब लोगों ने दरवाज़ा तोड़ा, तो Aman की लाश फर्श पर पड़ी थी।
उसका चेहरा इतना डर से बिगड़ चुका था कि कोई पहचान भी नहीं पा रहा था।
दूसरा शिकार बना Rohit।
वो कार से लौट रहा था।
रात का समय था, सड़क सुनसान।
अचानक कार के सामने सफेद कपड़ों में एक लड़की खड़ी दिखी।
उसने ब्रेक मारा – और कार पेड़ से टकरा गई।
टक्कर इतनी ज़बरदस्त थी कि Rohit वहीं मर गया।
पास से गुज़रते लोगों ने दावा किया –
“टक्कर से पहले कार के सामने एक लड़की खड़ी थी… और फिर अचानक ग़ायब हो गई।”
अब Rocky और उसके बाकी दोस्त डरने लगे।
उन्हें लगने लगा कि Veena की आत्मा लौट आई है।
Rocky कई बार अपने कमरे में Veena की परछाई देखता।
कभी उसे महसूस होता कि कोई उसके कान में फुसफुसा रहा है –
“तू नहीं बचेगा Rocky…”
लेकिन Veena की आत्मा का असली मकसद सिर्फ़ डराना नहीं था।
उसका मकसद था पूरी सच्चाई सबके सामने लाना।
इसके लिए उसने सबसे करीबी इंसान को चुना –
Tannu।
एक रात Tannu सो रही थी।
अचानक उसने सपना देखा –
Veena खून से लथपथ खड़ी है और कह रही है –
“Tannu… मेरी डायरी पढ़। उसमें सब लिखा है। मेरे माँ-बाप को सच बताना। Rocky और उसके दोस्तों ने मेरी आत्मा को तोड़ा है। अब मेरी आत्मा तभी चैन पाएगी जब सबको सज़ा मिलेगी।”
Tannu घबराकर उठी।
उसने Veena का पुराना कमरा खोला और ढूँढने लगी।
वहाँ अलमारी के कोने में रखी Veena की डायरी मिल गई।
जब Tannu ने पन्ने पलटे… उसकी आँखों से आँसू बह निकले।
उसमें वो सारी बातें लिखी थीं – Rocky का proposal, उसका बदला, bullying, और वो भयानक रात।
Tannu ने कसम खाई –
“Veena, अब मैं तेरा सच सबके सामने लाऊँगी।”
Veena की डायरी पढ़ने के बाद Tannu की दुनिया ही बदल गई।
हर पन्ना जैसे खून के आँसुओं से लिखा गया था।
Veena का दर्द अब सिर्फ़ उसका नहीं रहा, वो Tannu की भी लड़ाई बन गया।
लेकिन जब उन्होंने डायरी के पन्ने पढ़े, तो उनके आँसू रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे।
Veena की माँ ने सिसकते हुए कहा –
“हम सोचते रहे हमारी बेटी अकेलेपन से हार गई… पर असल में उसे उन दरिंदों ने मार डाला।”
Veena के पिता ने गुस्से में मुट्ठी भींच ली –
“अब चाहे कुछ भी हो, उन सबको सज़ा मिलनी चाहिए।”
Rocky तक ये बात पहुँच गई कि Veena की डायरी बाहर आ चुकी है।
Tannu ने Veena के माँ-बाप को सारी सच्चाई बताई।
शुरू में उनके लिए ये सुनना असंभव था।
उसका डर अब पागलपन में बदलने लगा।
रातों को उसे नींद नहीं आती।
कभी कमरे में खून से लिखा दिखता – “मैं वापस आऊँगी”
कभी खिड़की पर Veena की परछाई खड़ी दिखती।
उसके दोस्त अब मर चुके थे।
वो अकेला बचा था।
एक रात Rocky शराब के नशे में घर लौटा।
कमरे में दाख़िल हुआ तो देखा –
दीवारों पर Veena की तस्वीरें टंगी थीं।
हर तस्वीर में उसकी आँखें रो रही थीं।
Rocky चीखने लगा –
“नहीं! ये सब झूठ है… मैं नहीं डरता!”
लेकिन तभी…
कमरे का शीशा हिला और उसमें Veena का चेहरा उभर आया।
चेहरा वही… आँसू वही… लेकिन आँखों में अब दर्द नहीं, सिर्फ़ गुस्सा था।
Veena की आत्मा धीरे-धीरे उसके सामने आ खड़ी हुई।
सफेद कपड़े खून से भीगे हुए, हाथों में वही डायरी।
उसकी आवाज़ गूँजी –
“Rocky… तूने मेरी ज़िंदगी छीनी थी। आज मैं तेरी साँसें छीनूँगी।”
Rocky डर के मारे घुटनों पर गिर पड़ा।
“प्लीज़ Veena… मुझे माफ़ कर दो। मैं बस मज़ाक कर रहा था।”
Veena की आँखों में आग भड़क उठी।
“मज़ाक? मेरी चीखें, मेरे आँसू, मेरी मौत… सब तेरा मज़ाक था?”
कमरे का दरवाज़ा अपने आप बंद हो गया।
लाइट्स बुझ गईं।
Rocky की चीखें पूरी रात गूँजती रहीं।
सुबह जब लोग उसके कमरे में पहुँचे –
Rocky मृत पड़ा था।
चेहरा डर से इतना बिगड़ा हुआ था कि कोई पहचान नहीं पा रहा था।
उसकी मौत का कारण कोई नहीं समझ पाया।
लेकिन हर किसी के कानों में वही सवाल गूँज रहा था –
“क्यों?”
Veena का बदला पूरा हो चुका था।
अब उसकी आत्मा के पास कोई अधूरा काम नहीं बचा था।
वो Tannu के सामने आई।
उसकी आँखों से आँसू बह रहे थे, लेकिन इस बार दर्द के नहीं – चैन के।
“धन्यवाद Tannu… तूने मेरा सच सबको दिखा दिया। अब मेरी आत्मा को शांति मिलेगी।”
Tannu की आँखें भर आईं –
“Veena, तू हमेशा मेरी सबसे अच्छी दोस्त रहेगी। तू आज भी मेरे दिल में जिंदा है।”
Veena मुस्कुराई।
धीरे-धीरे उसकी परछाई धुंधली होने लगी।
हवा में हल्की ठंडक फैली… और एक मीठी खुशबू के साथ Veena हमेशा के लिए ग़ायब हो गई।
(कुछ साल बाद)
Tannu अब एक social worker बन चुकी थी।
वो लड़कियों के लिए awareness campaigns करती थी, ताकि कोई और Veena जैसा दर्द न झेले।
Veena की डायरी उसने foundation के नाम पर publish करवाई –
“Chhupi Pukaar”
ताकि दुनिया हमेशा याद रखे कि चुप्पी ही सबसे बड़ा अपराध है।
Veena की आत्मा को तो शांति मिल गई…
लेकिन उसकी कहानी अब हर उस लड़की की आवाज़ बन चुकी थी जो अपने दर्द को छुपा लेती है।

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